गणेश चतुर्थी 2024 गणेश चतुर्थी का पर्व हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह भगवान गणेश, जिन्हें विघ्नहर्ता और बुद्धि के देवता माना जाता है, की आराधना का अवसर है।
इस शुभ अवसर पर श्रद्धालु गणेश जी के भजनों के माध्यम से उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं। इन भजनों के माध्यम से पूजा और भी मंगलमय और प्रभावी हो जाती है। यहां हम आपको 10 लोकप्रिय गणेश भजनों की जानकारी देंगे जो आपकी गणेश चतुर्थी के उत्सव को और भी आध्यात्मिक बना देंगे।
1. सुखकर्ता दुखहर्ता
यह भजन महाराष्ट्रीय संस्कृति में अत्यधिक लोकप्रिय है। इस भजन के बोल गणपति बप्पा की महानता का बखान करते हैं, जो सभी कष्टों को हर लेते हैं और सुख की वर्षा करते हैं।
मुख्य पंक्तियाँ:
“सुखकर्ता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची। नूरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची।”
2. गणेश वंदना
गणेश वंदना एक शक्तिशाली स्तुति है जो गणेश जी की आराधना के समय गाई जाती है। यह भजन हमारी प्रार्थना को गहन बनाता है और पूजा में दिव्यता का संचार करता है।
मुख्य पंक्तियाँ:
“जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।”
3. श्री गणेशाय धीमहि
यह मंत्र-आधारित भजन है जो गणपति बप्पा की आराधना करते समय अत्यंत प्रभावी माना जाता है। इस भजन का मंत्रात्मक उच्चारण मन को शांति प्रदान करता है और सकारात्मकता फैलाता है।
मुख्य पंक्तियाँ:
“श्री गणेशाय धीमहि। वक्रतुंडाय धीमहि।”
4. गणपति बप्पा मोरया
यह भजन उत्साह और जोश से भरा हुआ है, जिसे गणेशोत्सव के समय अधिकतर गाया जाता है। इस भजन के माध्यम से भक्त अपनी भक्ति प्रकट करते हैं और बप्पा से आशीर्वाद की कामना करते हैं।
मुख्य पंक्तियाँ:
“गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया।”
5. हे गणराया
यह भजन मराठी में गाया गया है और महाराष्ट्र के गणेशोत्सव में बेहद प्रसिद्ध है। इसमें गणेश जी की स्तुति के साथ-साथ उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त की गई है।
मुख्य पंक्तियाँ:
“हे गणराया, श्री गणराया। मोरया रे बप्पा मोरया रे।”
6. वक्रतुंड महाकाय
यह श्लोक भगवान गणेश को समर्पित है और उनकी बुद्धि व शक्ति का बखान करता है। इसका उच्चारण दिन की शुरुआत में किया जाता है जिससे हर काम में सफलता मिले।
मुख्य पंक्तियाँ:
“वक्रतुंड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा।”
7. जय देव जय देव
यह भजन भक्तों में गणपति बप्पा की कृपा और महानता का संदेश देता है। इसे विशेष रूप से गणेश चतुर्थी के दौरान गाया जाता है।
मुख्य पंक्तियाँ:
“जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति।”
8. गणेश मंत्र
गणेश मंत्र का जाप करने से मन और आत्मा में शांति और संतुलन आता है। यह मंत्र भक्तों को शारीरिक और मानसिक सुकून प्रदान करता है।
मुख्य पंक्तियाँ:
“ॐ गण गणपतये नमः।”
9. सिद्धिविनायक आरती
सिद्धिविनायक मंदिर में हर दिन इस आरती का गान किया जाता है। गणपति की कृपा पाने के लिए यह आरती अत्यंत प्रभावी मानी जाती है।
मुख्य पंक्तियाँ:
“सिद्धिविनायक नमो नमः।”
10. गजानन शरणम
यह भजन भगवान गणेश के प्रति अर्पित किया जाता है, जिसमें श्रद्धालु उनके शरणागत होते हैं। इसमें गणेश जी की महिमा का गुणगान है।
मुख्य पंक्तियाँ:
“गजानन शरणम शरणम गणेश।”
गणेश चतुर्थी का पर्व भगवान गणेश की आराधना और भक्ति के माध्यम से और भी विशेष बन जाता है। इन भजनों के माध्यम से हम न केवल भगवान गणेश की कृपा प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को भी खुशहाल बना सकते हैं। इन भजनों को अपनी पूजा में सम्मिलित कर इस गणेश चतुर्थी को और भी मंगलमय बनाएं।